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What is Credit Score and How It Works in Hindi – क्रेडिट स्कोर क्या होता है और कैसे काम करता है?

Credit Score

अगर आपने कभी लोन लेने की कोशिश की है या फिर आप वित्तीय जानकारियों में रुचि रखते हो तो ऐसे में आपने कभी ना कभी क्रेडिट स्कोर के बारे में तो जरुर सुना होगा। लोन लेने के लिएक्रेडिट स्कोर बेहद ही जरूरी होता है और आपका जितना अच्छा क्रेडिट स्कोर होता है लोन मिलने की संभावना है उतनी अधिक बढ़ती है। कब किस मामले में लोन लेने की जरूरत पड़ जाए यह किसी को पता नहीं होता तो ऐसे में यह जरूरी है कि आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर हो। अगर आप नहीं जानती कि आखिर क्रेडिट स्कोर क्या होता है (What is Credit Score in Hindi) तो यह लेख पूरा पढ़े।

What is Credit Score in Hindi -  क्रेडिट स्कोर क्या होता है?

यह बात हम सभी भली-भांति जानते हैं कि किस मामले में और कब लोन लेने की जरूरत पड़ जाए यह हमें कभी भी पता नहीं रहता। पहले के मुकाबले आज के समय में लोन लेना काफी आसान हो चुका है परंतु यह अब भी इतना आसान नहीं है क्योंकि वित्तीय संस्थाएं हर किसी को इतनी आसानी से लोन नहीं देती। परंतु कुछ चीज है जो लोन लेने की प्रक्रिया को आसान और तेज बन सकती है और उन्हीं चीजों में से एक है Credit Score! अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा हो तो आप बेहद ही आसानी से लोन ले सकते हो, वह भी काफी तेजी से। ऐसे में यह जरूरी है कि आपको पता हो की आखिर क्रेडिट स्कोर क्या होता है?

अगर आप नहीं जानते कि क्रेडिट स्कोर क्या होता है (What is Credit Score in Hindi) तो जानकारी के लिए बता दे की क्रेडिट स्कोर एक ऐसा स्कोर होता है जो आपकी लोन लेने की काबिलियत को दर्शाता है अर्थात आपका जितना अधिक क्रेडिट स्कोर होता है उतनी अधिक संभावनाएं होती है कि आपको लोन मिल जाएगा। क्रेडिट स्कोर 300 से लेकर 850 तक की संख्या में मापा जाता है, और आपका क्रेडिट स्कोर आपका लोन के अप्रूव होने में काफी मदद करता है क्योंकिअगर आपका क्रेडिट स्कोर अधिक होता है तोआपको लोन आसानी से मिल जाता है और वहीं इसके कम होने पर लोन लेने में समस्याएं आ सकती है।

क्रेडिट स्कोर के बारे में थोड़ी गहराई से बात की जाए तो क्रेडिट स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री या फिर कहां जाए तो लोन हिस्ट्री पर आधारित होता है अर्थात आपके द्वारा पिछले समय में लिए गए लोन और लोन को लेकर आपकी प्रतिक्रिया अर्थात उन्हें समय पर चुकाना या फिर उन्हें चुकाने में देरी करना आदि के आधार पर आपका क्रेडिट स्कोर तैयार होता है। जब आप लोन लेकर समय पर उन लोन को चुकाते हो तो ऐसे में आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर होता जाता है और वहीं अगर आप लोन को चुकाने में देरी करते हो या फिर लोन गाने में किसी और तरह की समस्या आती है तो ऐसे में आपका क्रेडिट स्कोर घटता है।

How Credit Score Works in Hindi - क्रेडिट स्कोर कैसे काम करता है?

किसी भी तरह के लोन को लेने की प्रक्रिया में क्रेडिट स्कोर एक महत्वपूर्ण किरदार अदा करता है क्योंकि क्रेडिट स्कोर के काम होने पर लोन लेने में समस्या आ सकती है तो वही क्रेडिट स्कोर के अधिक होने पर लोन अप्रूव होने में आसानी रहती है। यह तो हम आपको बता ही चुके हैं कि आखिर क्रेडिट स्कोर क्या होता है परंतु आपका यह जानना भी बेहद जरूरी है कि आखिर क्रेडिट स्कोर कैसे काम करता है, जिससे की आप इसे बेहतर तरीके से समझ पाए और एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बिल्ड कर पाए जिससे कि आपको लोन लेने में हमेशा आसानी रहे और आपका लोन डिसअप्रूव ना हो।

अगर आप नहीं जानते कि क्रेडिट स्कोर कैसे काम करता है तो जानकारी के लिए बता दे की क्रेडिट स्कोर एक ऐसा क्रेडिट या फिर लोन आधारित स्कोर रहता है जो आपकी क्रेडिट या लोन हिस्ट्री को दर्शाता है। जब आप लोन लेकर उसे समय पर और सटीक रूप से चूक हो तो ऐसे में आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ता है और वही दूसरी तरफ अगर आप लोन लेके उसे चुकाने में किसी प्रकार की कोई समस्या करते हो तो आपका क्रेडिट स्कोर घटता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अधिक होता है तो आपका लोन आसानी से अप्रूव हो जाता है और वहीं दूसरी तरफ क्रेडिट स्कोर कम होने पर आपका लोन डिसअप्रूव हो सकता है।

क्रेडिट स्कोर को कुछ इस तरह से मापा जाता है:

Excellent: 800–850

Very Good: 740–799

Good: 670–739

Fair: 580–669

Poor: 300–579

आपका क्रेडिट स्कोर जिस कंडीशन में होता है आपको उसी के अनुसार लोन भी मिलता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर पुअर कंडीशन में होगा तो ऐसे में आपको लोन मिलने में समस्या आएगी और हो सकता है कि आपको लोन लेने के लिए अधिक ब्याज दर चुकानी पड़े और वही क्रेडिट स्कोर एक्सीलेंट कंडीशन में होने पर आपको लोन आसानी से मिल सकता है और हो सकता है कि आपको लोन पर बेकार क्रेडिट स्कोर कंडीशन वाले लोगों के मुकाबले कम ब्याज दर चुकानी पड़े।

How Your Credit Score Is Calculated in Hindi - क्रेडिट स्कोर कैसे केलकुलेट किया जाता है?

क्रेडिट स्कोर क्या होता है और कैसे काम करता है के विषय में तो हम आपको बता चुके हैं परंतु अगर आप क्रेडिट स्कोर को सटीक रूप से समझाना चाहते हैं तो एक सवाल और है जिसका जवाब आपको पता होना चाहिए जो यह है की आखिर ‘क्रेडिट स्कोर कैसे कैलकुलेट किया जाता है’ (How Your Credit Score Is Calculated in Hindi) क्योंकि जब आप क्रेडिट स्कोर को कैलकुलेट करने की प्रक्रिया को सटीक रूप से समझोगे तभी आप अपने क्रेडिट स्कोर कुछ इस तरह से बिल्ड कर पाओगे की आपका लोन आसानी से अप्रूव हो सके।

अब अगर बात की जाए कि आखिर क्रेडिट स्कोर कैसे कैलकुलेट किया जाता है तो जानकारी के लिए बता दे की क्रेडिट स्कोर को किसी एक चीज के आधार पर नहीं बल्कि करीबमुख्य रूप से पांच चीजों के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है और यह सभी चीज कंट्रीब्यूट करती है आपकी क्रेडिट स्कोर को बिल्ड करने में। अगर बात की जाए आखिर क्रेडिट स्कोर को किन चीजों के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है और वह इस कैलकुलेशन में कितना कंट्रीब्यूट करती है तो उसका डाटा कुछ इस प्रकार है:

35% - पेमेंट हिस्ट्री

30% - स्वामित्व अमाउन्ट

15% - क्रेडिट हिस्ट्री की लेंथ

10% - क्रेडिट मिक्स

10% - न्यू क्रेडिट

इन पांच मुख्य चीजों का आधार पर क्रेडिट स्कोर को कैलकुलेट किया जाता है तो ऐसे में अगर आप अपना क्रेडिट स्कोर बिल्ड करने की सोच रहे होतो आपको इन पांच चीजों का खास तरीके से ध्यान रखना होगा क्योंकि जैसी परफॉर्मेंस आपकी पेमेंट हिस्ट्री, स्वामित्व अमाउंट, क्रेडिट हिस्ट्री की लेंथ, क्रेडिट मिक्स और न्यू क्रेडिट की रहेगी, उसी के अनुसार आपका क्रेडिट स्कोर भी बिल्ड होता रहेगा। अगर परफॉर्मेंस खराब होती है तो ऐसे में यह स्कोर भी घटेगा और वही अगर परफ़ोर्मेंस सही होती है तो यह स्कोर भी बढ़ेगा।


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How to Improve Credit Score in Hindi - क्रेडिट स्कोर कैसे बढ़ाए?

लोन लेने की जरूरत कभी भी पढ़ सकती है और किसी भी लोन के अप्रूवल में आपका क्रेडिट स्कोर एक महत्वपूर्ण किरदार अदा करता है तो ऐसे में अगर आप यह चाहते हैं कि आपको लोन आसानी से मिल जाए तो यह बेहद ही जरूरी है कि आपके क्रेडिट स्कोर अच्छा हो। अगर आप जानना चाहते हैं कि आखिर क्रेडिट स्कोर कैसे बढ़ाए (How to Improve Credit Score in Hindi) तो जानकारी के लिए यह बता दे की क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने के लिए आपको कुछ टिप्स फॉलो करनी होती है जिनके बारे में बात की जाए तो वह कुछ इस प्रकार है:

  • अपनी क्रेडिट रिपोर्ट्स को नियमित तौर पर रिव्यू करें।
  • किए जाने वाले सभी बिल पेमेंट्स का विशेष रूप से ध्यान रखें।
  • अपने उपलब्ध क्रेडिट का 30% से अधिक इस्तेमाल ना करें।
  • नई क्रेडिट के रिक्वेस्ट के लिए लिमिट बनाए रखें।
  • एक थीन क्रेडिट फाइल को पैड आउट करें।
  • अपने पुराने एकाउंट को ओपन रखें और सभी समस्याओं के साथडील करें।
  • अपने डेट को मजबूत रखने पर ध्यान दे।
  • प्रोसेस को क्रेडिट मॉनिटरिंग के द्वारा ट्रैक करें।

निष्कर्ष!

लोन लेने की जरूरत कभी पड़ सकती है और लोन के अप्रूवल में आपकी क्रेडिट स्कोर का एक महत्वपूर्ण योगदान होता है क्योंकि अगर आपका क्रेडिट स्कोर खराब होता है तो हो सकता है कि आपको लोन आसानी से ना मिले और वही क्रेडिट स्कोर अच्छा होने पर दोनों आसानी से मिल जाता है। इसके बावजूद भी कई लोगों को क्रेडिट स्कोर की पूरी जानकारी नहीं होती। यही कारण है कि हमने यह लेख तैयार किया है जिसमें हमने क्रेडिट स्कोर क्या होता है और कैसे काम करता है (What is Credit Score and How It Works in Hindi) की पूरी जानकारी आसान भाषा में दी है।

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FAQ!

प्रश्न: क्रेडिट स्कोर क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर: अगर आप नहीं जानते कि क्रेडिट स्कोर क्यों महत्वपूर्ण है तो जानकारी के लिए बता दीजिए क्रेडिट स्कोर आपका लोन अप्रूवल में महत्वपूर्ण योगदान देता है क्योंकि इसके अच्छा होने पर आसानी से लोन मिल जाता है तो वहीं इसके खराब होने पर लोन मिलने में समस्याआ सकती है।

प्रश्न: क्रेडिट स्कोर कितना होना चाहिए?

उत्तर: अलग-अलग तरह के लोन के लिए अलग-अलग क्रेडिट स्कोर ठीक रहता है परंतु सामान्य तौर पर यही माना जाता है कि क्रेडिट स्कोर कम से कम 750 हो तो लोन आसानी से मिल जाता है तो ऐसे में क्रेडिट स्कोर 750 या इससे अधिक होना चाहिए।

प्रश्न: स्कोर कैसे चेक करें?

उत्तर: अगर आप नहीं जानते कि आखिर क्रेडिट स्कोर कैसे चेक करें तो जानकारी के लिए बताइए क्रिकेट स्कोर विभिन्न फाइनेंशियल एप्लीकेशन या फिर वेबसाइट के माध्यम से आसानी से चेक किया जा सकता हैवह भी बिल्कुल मुफ्त में।