निवेश और व्यापार की दुनिया में एक बेहद ही महत्वपूर्ण चीज है Debt! डेब्ट के चलते ही विभिन्न प्रकार के व्यवसाय और आर्थिक गतिविधियां संभव हो पाती है यानी यह कहा जा सकता है की किसी भी अर्थव्यवस्था में Debt का एक महत्वपूर्ण योगदान रहता है। इतना ही नहीं बल्कि निवेश की दुनिया में भी इसका महत्वपूर्ण योगदान है क्योंकि इससे लोग काफी अच्छा मुनाफा कमाते हैं। अगर आप नहीं जानते की आखिर 'डेब्ट क्या है और कैसे काम करता है' (What is Debt and How does it Work in Hindi) तो याह लेख पूरा पढ़ें।
डेब्ट क्या है - What is Debt in Hindi?
निवेश और व्यापार की दुनिया में डेब्ट का काफी बड़ा योगदान होता है क्योंकि जहां एक व्यापार की दुनिया में Debt के द्वारा कई प्रकार की व्यापारिक गतिविधियां जैसे की खरीद आदि संभव हो पाती है तो निवेश की दुनिया में लोग Debt में निवेश करके काफी अच्छी रिटर्न प्राप्त करते हैं, वह भी कैशफ्लो के रूप में अर्थात Debt में निवेश करके वह अपने लिए एक Cash Flow का तरीका या फिर कहा जाए तो आय का तरीका बना लेते है। अगर आप व्यापार को निवेश में रुचि रखते हो तो आपको पता होना चाहिए कि आखिर डेब्ट क्या है?
तो अगर आप नहीं जानते कि डेब्ट क्या है (What is Debt in Hindi) तो जानकारी के लिए बता दे की Debt सामान्य तौर पर उसे लोन को कहा जाता है जो किसी एक इंडिविजुअल या फिर संस्था द्वारा किसी दूसरे इंडिविजुअल या संस्था को दिया जाता है। अगर देने वाला लोन को माफ ना करे तो लोन लोन लेने वाला लोन चुकाने के लिए बाध्य होता है और सामान्य तौर पर उसे ली गई धनराशि पर ब्याज भी देना होता है। ऐसे में Debt लेने वाले के लिए पैसे प्राप्त करने का तरीका हो जाता है और देने वाले के लिए निवेश का तरीका हो जाता है।
डेब्ट कैसे काम करता है - Working of Debt in Hindi
अगर आप डेब्ट की पूरी जानकारी लेना चाहते हो और इसे सटीक रूप से समझाना चाहते हो तो यह जरूरी है कि आपको यह पता हो कि आखिर 'डेब्ट कैसे काम करता है' (How Does Debt Work) तो जानकारी के लिए बता दे की डेब्ट के काम करने के तरीके को समझना बेहद ही आसान है। दरअसल Debt का सामान्य फ़ॉर्म होता है Loan जैसे की Mortage Loan, Car Loan, Personal Loan या फिर याह Credit Card आदि भी हो सकता है जिसमे थोड़े अलग तरीके से लोन लिया जाता है।
सामान्य तौर पर अधिकतर Loans में लोन लेने वाले व्यक्ति अर्थात Borrower को एक Amount मिलता है जिसे उसे एक निर्धारित दिनांक तक Repay करना होता है अर्थात चुकाना होता है जो कुछ महीनों बाद या फिर सालों बाद की दिनांक भी हो सकती है। सामान्य तौर पर जो लोन लिया जाता हा उसके साथ एक ब्याज दर निर्धारित करनी होती है जिसके अनुसार लोन लेने वाले व्यक्ति अर्थात Borrower को ब्याज भी चुकाना होता है Loan Amount के साथ, जिससे वह अमाउन्ट लिए गए अमाउन्ट से ज्यादा हो जाता है।
डेब्ट के प्रकार - Types of Debt in Hindi
अगर आप डेब्ट के प्रकार नहीं जानते तो जानकारी के लिए बता दे की डेब्ट के एक या दो नहीं बल्कि कई प्रकार के होते है। जी हाँ, Debt को अलग-अलग तरीकों से काफी सारे अलग-अलग प्रकारों में बांटा गया है जो इसकी कार्य प्रणाली पर निर्भर करता है। इंटरनेट पर आपको Debt के अलग-अलग कई प्रकारों के बारे में जानने का मौका मिल जाएगा। लेकिन अगर मुख्य रूप से 'डेब्ट के प्रकार' (Types of Debt in Hindi) के बारे में बात की जाए तो Debt चार प्रकार का होता है, जो कुछ इस प्रकार है:
1. Secured Debt
Debt का सबसे पहला और मुख्य प्रकार है Secured Debt! जी हाँ, अगर आप नहीं जानते कि आखिर Secured Debt क्या होता है तो जानकारी के लिए बता दे की Secured Debt होता है जो Lender अर्थात ऋण देने वाले को सुरक्षा देता है। इस प्रकार के डेब्ट मुख्य रूप से सुरक्षित होते है एक एसेट के द्वारा जिन्हे हम सभी सामान्य भाषा में Collateral भी कहते है। याह Collateral एक तरह से Loan को सुरक्षित बनाता है क्युकी इसमें Lender का पैसा सुरक्षित रहता है और इसे लोन देने में कोई दिक्कत नहीं आती।
2. Unsecured Debt
Debt के मुख्य प्रकारों में से एक है Unsecured Debt और जैसा की इसके नाम से ही पता पड़ता है की यह एक ऐसा Debt होता है जो Lender के लिए असुरक्षित रहता है अर्थात इसमे Lender को Collateral ना होने की वजह से असुरक्षा रहती है। इस तरह के Debt में Student Loans, Traditional Credit Cards और Personal Loans शामिल होते है जिसमें Borrower के लिए उसका Credit Score काफी मायने रखता है क्युकी उसी को आधार मानकर मुख्य रूप से Lender लोन देता है।
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3. Revolving Debt
Debt का एक मुख्य प्रकार होता है Revolving Debt जिकसे बारे मन काफी कम लोगों को जानकारी होती है। अगर आप नहीं जानते की आखिर Revolving Debt किसे कहते है तो जानकारी के लिए बता दे की इस तरह के डेब्ट में Secured Credit Card या Unsecured Card आता है जिसमें आप बार-बार लोन ले सकते हो और फिर उसे चुका सकते हो। इस तरह के Debt में Lender एक Credit Limit जारी करता है जिसके अनुसार ही Borrower को लोन लेने के लिए अनुमति होती है अर्थात वह Limit से ज्यादा लोन नहीं ले सकता।
4. Installment Debt
Installment Debt वर्तमान समय में सबसे लोकप्रिय Debt के प्रकारों में से एक है जिसके बारे में शायद आप सभी को पता होगा। इस प्रकार के Debt में Lender व्यक्ति को पैसे देने के बाद निश्चित समय अंतराल की किस्तों के साथ वह पैसा ब्याज सहित वापस लेता है और एक निर्धारित दिनांक तक वह अपना पूरा अमाउंट किस्तों में वापस ले लेता है। इस तरह के Debt में Lender को भी पैसा आसानी से मिल जाता है और Borrower भी आसानी से पैसा चुका देता है और यही कारण है की यह वर्तमान में काफी लोकप्रिय है।
डेब्ट का महत्व - Importance of Debt in Hindi
Debt के बारे में जिन लोगों को अधिक जानकारी नहीं है वह इसके महत्व को नहीं समझते! इस लेख में हम आपको अब तक यह तो बता चुके हैं कि आखिर डेब्ट क्या होता है और कैसे काम करता है (What is Debt and How Does it Work in Hindi) लेकिन आपका यह जानना भी बेहद ही जरूरी है कि आखिर का महत्व क्या होता है? तो सबसे पहले अगर इसकी व्यावसायिक महत्व पर बात की जाए तो बड़ी-बड़ी कंपनियां भी Debt लेती है जिससे की वह वो Purchase और Investment कर सके, जो वह खुद नहीं कर सकती।
ऐसे में व्यावसायिक तौर पर Debt का काफी निवेश होता है। न केवल बड़ी कंपनियां बल्कि छोटे उद्योग भी आपने कई तरह के परचेज और इन्वेस्टमेंट करते हैं जिससे उनका उद्योग चलता है। यही कारण है कि एक मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए मजबूत बैंकिंग व्यवस्था जरूरी होती है। अगर अव्यवसायिक दृष्टि से भी डेब्ट को देखा जाए तो डेब्ट अर्थात लोन के द्वारा लोग अपने कई तरह के कार्य कर पाते है जो वह पूरी तरह से कैश में करने में समर्थ नहीं होते जैसे की घर लेना, कार लेना, शादी करवाना आदि।
अब अगर निवेश के तौर पर देखा जाए तो व्यक्तिगत तौर पर आप Debt Mutual Funds या डेब्ट से जुड़े हुए अन्य निवेश विकल्पों में निवेश करके बेहद ही आसानी से Debt से मिलने वाले मुनाफे का फायदा उठा सकते हैं अच्छे रिटर्न के द्वारा। Debt पर आधारित निवेश विकल्प अच्छा रिटर्न देते है और काफी हद तक अन्य निवेश विकल्प के मुकाबले काफी ज्यादा सुरक्षित भी होते हैं अर्थात इसमे आपको अपने पैसों की सुरक्षा को लेकर किसी तरह का कोई डर नहीं रहता कि वह सुरक्षित रहता है।
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FAQ!
उत्तर: अगर आप नहीं जानते की डेब्ट का मतलब क्या होता है तो जानकारी के लिए बता दे की डेब्ट का मतलब क्या होता है तो जानकारी के लिए बता दे की डेब्ट का मतलब होता है लोन, जिसे सामान्य तौर पर Borrower को Lender को ब्याज के साथ चुकाना होता है।
उत्तर: सामान्य तौर पर डेब्ट 4 प्रकार के होते है जिनमें Secured Debt, Unsecured Debt, Revolving Debt और Installments Debt शामिल होता है। डेब्ट की कार्यप्रणाली के अनुसार इन्हे इन प्रकारों में बाटा गया है।
उत्तर: जी हाँ, डेब्ट से संबंधित निवेश विकल्प जैसे की डेब्ट फंड्ज में निवेश करना बिल्कुल सही है क्युकी इस तरह के निवेश विकल्प में निवेश करने पर आपके पैसे सुरक्षित रहते है और साथ ही आपको अच्छा खास फिक्स्ट रिटर्न भी मिल जाता है।
उत्तर: अगर आप डेब्ट में निवेश करना चाहते हो तो इसमें निवेश करने के लिए सबसे बेहतर विकल्प है Debt Funds जिन्हे Debt Mutual Funds भी कहा जाता है। इस प्रकार के फंड्स में आप बेहद ही से विभिन्न प्रकार के निवेश एप्पस का उपयोग करके निवेश कर सकते हो।