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सरकारी सिक्योरिटी क्या होती है – What Is a Government Security in Hindi? T-Bills, T-Bonds Explained in Hindi

Government Security

निवेश करते समय काफी सारे निवेशकों की प्राथमिकता बेहतरीन रिटर्न प्राप्त करना होता है तो काफी सारे निवेशक उनके द्वारा निवेश किए जाने वाले अमाउंट की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए निवेश करते हैं। अगर आप उन निवेशकों में से एक हो जो अपने प्रिंसिपल अमाउंट को सुरक्षित रखना पसंद करते हैं तो आप Government Securities में निवेश कर सकते हो। अगर आप नहीं जानते कि 'सरकारी सिक्योरिटी क्या होती है' (What Is a Government Security in Hindi)? तो यह लेख पूरा पड़े क्योंकि इस लेख में हम आपको T-Bills T-Bonds आदि सभी गवर्नमेंट सिक्योरिटीज की पूरी जानकारी देंगे।

सरकारी सिक्योरिटी क्या होती है - What Is a Government Security in Hindi?

इस बात में कोई दो राय नहीं है कि सभी निवेशक यह चाहते हैं कि उनके द्वारा निवेश किए जाने वाला प्रिंसिपल अमाउंट हमेशा सुरक्षित रहे परंतु सामान्य तौर पर अच्छा रिटर्न कमाने के लिए ऐसे निवेश विकल्पों में निवेश किया जाता है जिनमें प्रिंसिपल अमाउंट की सुरक्षा थोड़ी कम होती है अर्थात रिस्क थोड़ी ज्यादा होती है। लेकिन काफी सारे ऐसे निवेश विकल्प भी मौजूद है जो प्रिंसिपल अमाउंट को सुरक्षित रखते हैं और ठीक-ठाक रिटर्न भी प्रदान कर देते हैं और उन्हें निवेश विकल्पों में से एक बेहतरीन विकल्प है Government Securities!

अगर आप नहीं जानते कि सरकारी प्रतिभूति या फिर सरकारी सिक्योरिटी क्या होती है (What Is a Government Security in Hindi?) तो जानकारी के लिए बता दे की सरकारी सिक्योरिटी या फिर सरकारी प्रतिभूति उन सिक्योरिटीज या फिर कहे तो निवेश विकल्पों को कहा जाता है जो सरकारों के द्वारा ले जाते हैं। जब सरकारों को अपने काम करवाने के लिए पैसों की जरूरत पड़ती है तो कई बार वह डेब्ट इन्स्ट्रूमेंट्स जैसे की Treasury Bonds, Bills, और Notes जारी करते हैं, जिन्हे Government Securities कहा जाता हैं।

कई बार जब सरकार को विकास कार्य के लिए या फिर विभिन्न प्रकार के अन्य कार्यों के लिए पैसों की जरूरत होती है तो ऐसे में वह स्टेप इंस्ट्रूमेंट बाजार में जारी करती है जिनमें Treasury Bonds, Bills, और Notes जैसे Instrument शामिल होते हैं। जब लोगों में निवेश करते हैं तो सरकार को एक तरह से फंड मिलता है अपने कार्य को करने के लिए। निवेश किए गए इन पैसों को सरकार द्वारा निवेशकों को निर्धारित समय तक वापस किया जाता है जो सामान्य तौर पर ब्याज के साथ होता है।

सरकारी सिक्योरिटी कैसे काम करती है - How a Government Security Works in Hindi?

अगर आप सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करने में रुचि रखते हैं तो उससे पहले आपको इन्हें सटीक रूप से समझना होगा जिसके लिए आपको यह भी पता होना चाहिए कि आखिर सरकारी सिक्योरिटी कैसे काम करती है (How a Government Security Works in Hindi?) तो जानकारी के लिए बता दे कि जब आप किसी सरकारी सिक्योरिटी में निवेश कर रहे होते हो तो आप एक तरह से सरकार को पैसे उधार दे रहे होते हैं जो सामान्य तौर पर आपको ब्याज के साथ वापस मिलता है।

जिस प्रकार से कंपनियों को या फिर विभिन्न संस्थाओं को कई बार पैसों की जरूरत होती है तो वह विभिन्न प्रकार की टेबलेट इंस्ट्रूमेंट जैसे कि Bond आदि बाजार में जारी करती है, उसी तरह से जब सरकार को पैसों की जरूरत पड़ती है तो वह भी विभिन्न प्रकार के डेब्ट इंस्ट्रूमेंट बाजार में जारी करती है जिनमें Treasury Bonds, Bills, और Notes शामिल होते हैं। जब लोग इनमें निवेश करते हैं तो ऐसे में सरकार को पैसे मिलते हैं। सरकार यह पैसा निर्धारित समय तक ब्याज के साथ चुकाती है, जिससे यह एक बेहतर निवेश विकल्प बन जाता है।

सरकारी सिक्योरिटीज के प्रकार - Types of Goverment Securities in Hindi

सरकारी सिक्योरिटीज उन लोगों के लिए निवेश का एक बेहतरीन विकल्प है जो अपने प्रिंसिपल अमाउंट के साथ कोई रिस्क नहीं लेना चाहते और चाहते हैं कि उन्हें उनके द्वारा निवेश किए जाने वाले अमाउंट पर अच्छा खासा रिटर्न मिल जाए। अगर आप सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करने की सोच रहे हो तो आपको सरकारी सिक्योरिटीज के प्रकारों के बारे में पता होना चाहिए। सरकारी सिक्योरिटीज के मुख्य प्रकार (Types of Goverment Securities in Hindi) कुछ इस तरह है:

Treasury Bills (T-Bills): अगर आप सरकारी सिक्योरिटीज के बारे में अधिक जानकारी नहीं रखते तो बता दे की ट्रेजरी बिल्स शॉर्ट टर्म डेट इंस्ट्रूमेंट्स होते हैं जो सरकार के द्वारा जारी किए जाते हैं। ट्रेजरी बिल्स की अवधी कुछ दिनों से लेकर 1 साल तक हो सकती है। जो निवेशक कम समय के लिए अपना पैसा सुरक्षित रूप से निवेश करना चाहते हैं उनके लिए है एक बेहतरीन निवेश विकल्प है, जिसमें कम समय में ही अच्छा खासा रिटर्न भी मिल जाता है।

Treasury Notes (T-Notes): ट्रेजरी नोट्स या फिर कहा जाए तो टी-नोट्स सरकार के द्वारा जारी की जाने वाली मिड-टर्म सिक्योरिटी होती है जिनकी मैच्योरीटी की अवधि 2 साल से लेकर 10 साल तक हो सकती है। ऐसे में जो भी निवेशक एक अच्छे खासे समय के लिए अपनी धनराशी को सरकार के साथ सुरक्षित रूप से निवेश करना चाहते है, वह इन Treasury Notes में निवेश कर सकते है।

Treasury Bonds (T-Bonds): जो लोग सरकार के साथ लंबे समय तक अपना पैसा सुरक्षित रूप से निवेश करना चाहते हैं उनके लिए निवेश का सबसे बेहतरीन विकल्प ट्रेजरी बॉन्ड अर्थात टी-बॉन्ड होता है। टी बॉन्ड की मैच्योरिटी अवधि 10 साल से लेकर 30 साल तक हो सकती है। टी बॉन्ड में निवेश करने पर निवेशकों को काफी अच्छा फिक्स्ड रिटर्न भी मिल जाता है, वह भी लंबे समय के लिए।

Cash Management Bills (CMBs): सरकार के द्वारा जारी किए जाने वाले मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट में से एक इंस्ट्रूमेंट कैश मैनेजमेंट बिल अर्थात सीएमबी भी होते है जिनकी मैच्योरिटी होती सामान्य तौर पर 91 दिनों से काम की होती है। सरकार यह इमीडिएट कैश रिक्वायरमेंट को पूरा करने के लिए जारी करती है और इनमें निवेश करके निवेशक काफी कम समय में काफी अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।

State Development Loans: राज्य सरकारों के द्वारा भी राज्य के विकास कार्यों को पूरा करने के लिए या फिर विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए स्टेट डेवलपमेंट लॉन्च जारी किए जाते हैं जिनमें काफी सारे निवेशक निवेश करते हैं और काफी अच्छा रिटर्न प्राप्त करते हैं। क्योंकि सरकार के साथ निवेश किया गया पैसा सुरक्षित रहता है तो ऐसे में निवेशकों का प्रिंसिपल अमाउंट भी सुरक्षित रहता है और उन्हें अच्छा रिटर्न भी मिल जाता है।

Zero-Coupon Bonds: जीरो कूपन बॉन्ड सरकार के द्वारा जारी किए जाने वाले वह बंद होते हैं जो ट्रेडिशनल बंद से थोड़े अलग होते हैं और यह ट्रेडिशनल वांट से अलग इसलिए होते हैं क्योंकि इनके द्वारा निश्चित समय अवधि के अनुसार ब्याज नहीं दिया जाता बल्कि यह अपनी फेस वैल्यू के अनुसार डिस्काउंटेड प्राइस में आते हैं जिससे निवेशक इन में निवेश करते हुए काफी अच्छा रिटर्न कमा लेते हैं।

Capital Indexed Bonds: कैपिटल इंडेक्स बॉन्ड वह बूंद होते हैं जो निवेशकों को इन्फ्लेशन से बचने के लिए जारी किए जाते हैं अर्थात जो निवेशक इन में निवेश करते हैं वह इन्फ्लेशन से सुरक्षित रहते हैं क्योंकि उन्हें एक अच्छा खासा रिटर्न अपने द्वारा निवेश किए गए अमाउंट पर मिलता रहता है। सरकारी द्वारा जारी किए जाने वाले इन बॉन्ड में इस बात का ध्यान रखा जाता है कि समय के साथ निवेश किए गए अमाउंट की वैल्यू कम ना हो।

Savings Bond: इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स को टारगेट करते हुए सरकार के द्वारा सेविंग बॉन्ड जारी किए जाते हैं जिनमें निवेश करके इंडिविजुअल इन्वेस्टर अपना पैसा सुरक्षित रूप से सरकार के साथ सेव कर सकते हैं और साथ ही उन से किया जा रहे पैसों पर अच्छा रिटर्न भी प्राप्त कर सकते हैं जिससे कि वह इन्फ्लेशन से बच्चे रहे और उनके द्वारा से किया जा रहे हैं पैसों में वृद्धि होती रहे।

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सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करने के फायदे - Advantages of Investing in Goverment Securities

सरकारी सिक्योरिटीज क्या होती है और कैसे काम करती है के बारे में तो हम आपको बता चुके हैं और साथ ही आपको सरकारी सिक्योरिटीज के प्रकारों की जानकारी भी दे चुके हैं। लेकिन आप सटीक रूप से सरकारी सिक्योरिटीज को समझना चाहते हैं तो आपका यह जानना भी जरूरी है की आखिर 'सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करने के फायदे' (Advantages of Investing in Goverment Securities) क्या है, तो जानकारी के लिए बता दे कि वह कुछ इस प्रकार है:

  • सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करने पर आपको एक फिक्स्ड इंटरेस्ट मिल सकता है जो कई मामलों में आपके लिए एक अच्छी इनकम बन जाता है। सामान्य तौर पर गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश करने पर निवेशकों को अच्छा फिक्स्ड रिटर्न मिलता है।
  • सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करने के सबसे बड़े फायदे में से एक फायदा यह है कि सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करने पर निवेशकों का प्रिंसिपल अमाउंट सुरक्षित रहता है जिसके ऊपर उन्हें अच्छा रिटर्न में मिल जाता है।
  • काफी सारी सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करने पर टैक्स बेनिफिट्स मिलते हैं तो ऐसे में सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करते हुए निवेशक अपने टैक्स को भी सही तरीके से बचा सकते हैं, जिससे उनका फायदा दुगना हो जाता है।
  • सरकारी सिक्योरिटीज के सबसे बड़े फायदा में से एक फायदा यह भी है कि इन्हें आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है जिसका मुख्य कारण इनको लेकर लोगों का भरोसा होता है क्योंकि सरकार के साथ किया गया निवेश सामान्य तौर पर सुरक्षित ही होता है।
  • सरकारी सिक्योरिटीज की अवेलेबिलिटी की बात की जाए तो यह म्युचुअल फंड्स और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स के द्वारा अवेलेबल है और कई में प्रत्यक्ष तौर पर भी निवेश किया जा सकता है तो ऐसे में सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करना आसान है।

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निष्कर्ष!

FAQ!

प्रश्न: ट्रेजरी सिक्योरिटीज के तीन प्रकार क्या हैं?

उत्तर: अगर आप जानना चाहते हो कि आगे ट्रेजरी सिक्योरिटीज के तीन मुख्य प्रकार क्या है तो जानकारी के लिए बता दीजिए ट्रेजरी सिक्योरिटी के तीन मुख्य प्रकार ट्रेजरी बिल, ट्रेजरी बांड और ट्रेजरी नोट्स हैं, जो निवेश के बेहतरीन विकल्पों में से एक है।

प्रश्न: सरकारी प्रतिभूतियां कैसे खरीदे?

उत्तर: अगर आप नहीं जानते कि सरकारी प्रतिभूतियों कैसे खरीदे तो जानकारी के लिए बता दे की कुछ भी निवेश करने के लिए आपको उनसे संबंधित म्युचुअल फंड्स और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में निवेश करना होता है तो वहीं दूसरी तरफ कुछ में सिम निवेश किया जा सकता है।

प्रश्न: क्या सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करना सही है?

उत्तर: सरकारी सिक्योरिटीज निवेश के सुरक्षित विकल्पों में से एक होती है जिनमें आपका प्रिंसिपल अमाउंट सुरक्षित रहता है और साथ ही है आपके प्रिंसिपल अमाउंट के अनुसार आपको अच्छा खासा रिटर्न भी देती है तो ऐसे में यह निवेश का बेहतरीन विकल्प है।