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What is the Role of Investment Banker in Hindi – निवेश बैंकर की भूमिका

Roles of investment banker

कंपनियों और ऑर्गेनाइजेशंस के लिए इन्वेस्टमेंट बैंकर काफी जरूरी होते हैं क्योंकि वह उन्हें इन्वेस्टमेंट लाकर देते हैं और साथ ही उनके इन्वेस्टमेंट को इस तरह से मैनेज करते हैं कि वह उसे इन्वेस्टमेंट को बिल्कुल सटीक रूप से यूटिलाइज करके उससे अधिक से अधिक फायदा ले सके। काफी सारे लोग नहीं जानते कि आखिर निवेश बैंकर की भूमिका क्या होती है (What is the role of Investment Banker in Hindi) जिसके बारे में हम इस लेख में बात करने वाले है, तो ऐसे में इस लेख को पूरा पढ़े।

Who is an Investment Banker - निवेश बैंकर कौन होता है?

अगर आप निवेश बैंकर के पद के बारे में ज्यादा नहीं जानते और नहीं जानते कि आखिर एक निवेश बैंकर कौन होता है तो जानकारी के लिए बता दे कि Investment Banker वह इंडिविजुअल होता है जो विभिन्न कंपनियों और ऑर्गेनाइजेशंस के लिए इन्वेस्टमेंट लेकर आता है और उसे मैनेज करता है। इन्वेस्टमेंट बैंकर किसी भी Organization या Company के लिए एक महत्वपूर्ण भाग होता है क्योंकि यह कंपनी या ऑर्गेनाइजेशन के फाइनेंसेज को मैनेज करने का काम करते हैं जो किसी भी कंपनी आर्गेनाइजेशन के लिए जरूरी होता है।

Role of Investment Banker in Hindi - निवेश बैंकर की भूमिका

किसी भी कंपनियां आर्गेनाइजेशन के लिए एक निवेश बैंकर अर्थात इन्वेस्टमेंट बैंकर काफी जरूरी होता है जिसका मुख्य कारण निवेश बैंक कर की भूमिका होती है। ऐसे काफी सारे लोग हैं जो निवेश बैंकर के पद के बारे में जानने में रुचि रखते हैं परंतु उन्हें यह नहीं पता कि आखिर एक निवेश बैंकर की भूमिका अर्थात इन्वेस्टमेंट बैंकर के रोल (Role of Investment Banker) क्या होते है? तो अगर आप भी इन्वेस्टमेंट बैंकर के रोल्स को समझना चाहते है तो बता दे की वह कुछ इस प्रकार होते है:

Finances का प्रबंध करना

Investment Banker के कई काम होते हैं लेकिन उनमें से सबसे मुख्य काम होता है फाइनेंस का अरेंजमेंट। अगर किसी बड़ी कंपनी को एक नई फैक्ट्री बनानी है और उसके लिए उसे फंड्स चाहिए तो फंड्स को अरेंज करने का काम करेगा उसे कंपनी का इन्वेस्टमेंट बैंकर, जिसके लिए वह कंपनी के स्ट्रेटजी के अनुसार विभिन्न तरीकों जैसे कि बॉन्ड जारी करना या फिर स्टॉक बेचना आदि का इस्तेमाल कर सकता है। फाइनेंस अरेंजमेंट इन्वेस्टमेंट बैंकर की सबसे मुख्य कामों में से एक होता है।

इन्वेस्टमेंट बैंकर मुख्य रूप से वित्तीय संस्थानों के साथ काम करते हैं तो ऐसे में उनके पास न केवल विभिन्न ऑर्गेनाइजेशंस आती है बल्कि सरकारे भी आती हैं। एक इन्वेस्टमेंट बैंकर इंडिविजुअल कई तरह के कार्य कर सकता है लेकिन इन्वेस्टमेंट बैंकर का मुख्य कार्य फाइनेंस का अरेंजमेंट होता है। कंपनियों और ऑर्गेनाइजेशंस के लिए इन्वेस्टमेंट लाने का कम इन्वेस्टमेंट बैंकर ही करते हैं जिसके लिए वह अच्छा खासा पैसा भी लेते हैं। यह सबसे महत्वपूर्ण निवेश बैंकर के काम (Work of Investment Banker) में शामिल है।

Equity Financing को मैनेज करना

किसी भी कंपनी के लिए ग्रोथ सबसे जरूरी होती है और किसी भी कंपनी की ग्रोथ के लिए इक्विटी फाइनेंसिंग काफी जरूरी होती है जो करते हैं इन्वेस्टमेंट बैंकर। इन्वेस्टमेंट बैंकर की सबसे मुख्य कार्यों में से एक कार्य होता है इक्विटी फाइनेंसिंग और कंपनी के स्टॉक्स को बेचना। इनिशियल पब्लिक आफरिंग जैसे सभी कार्यक्रमों को इन्वेस्टमेंट बैंकर्स के द्वारा ही हैंडल किया जाता है जिन्हें करते हुए वह कंपनी के लिए फंड्स लाते हैं जिससे कि कंपनी अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सके अर्थात ग्रो कर सके।

मान लीजिए कि किसी छोटी कंपनी को एक्सपेंड करना है और इसके लिए उन्हें पैसों की जरूरत है तो ऐसे में वह अपना आईपीओ जारी करती है। आईपीओ जारी करना कोई आसान काम नहीं होता। इसके लिए कंपनियों को मदद की जरूरत पड़ती है इन्वेस्टमेंट बैंकर्स की, जो कंपनियों का आईपीओ जारी करते हैं और साथ ही उन आईपीओ में निवेश लाने की जिम्मेदारी भी लेते हैं। यही करने की इन्वेस्टमेंट बैंकर के मुख्य कार्यों में से एक कार्य इक्विटी फाइनेंसिंग का माना जाता है, जो कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।

Underwriting Deals में योगदान

कंपनियों के लिए केवल इन्वेस्टमेंट लाना ही इन्वेस्टमेंट बैंकर्स का काम नहीं होता बल्कि कंपनियों के अंदर चल रही डील्स को भी इन्वेस्टमेंट बैंकर्स के द्वारा ही देखा जाता है जिसके लिए उनके पास मुख्य रूप से टीम भी होती है परंतु यह काफी हद तक कंपनी की साइज़ आदि पर डिपेंड करता है। क्लाइंट्स के साथ डील्स करना इन्वेस्टमेंट बैंकर्स के मुख्य कार्यों में से एक होता है जो किसी भी कंपनी के लिए काफी जरूरी होता है और इन्वेस्टमेंट बैंकर्स उसे बखूबी करते हैं।

न केवल क्लाइंट्स के साथ डील करना बल्कि साथ ही कंपनी के अंदर होने वाली कई तरह की डील्स को इन्वेस्टमेंट बैंकर्स के द्वारा मैनेज किया जाता है जिससे कि कंपनी अधिक से अधिक मुनाफा बना सके। इन्वेस्टमेंट बैंकर किसी भी कंपनी या फिर आर्गेनाइजेशन के लिए एक महत्वपूर्ण भाग होते हैं और उसे ऑर्गेनाइजेशन या कंपनी की ग्रोथ काफी हद तक इन्वेस्टमेंट बैंकर्स पर डिपेंड करती है। इस तरह की डील्स की सफलता में निवेश बैंकर का योगदान (Role of Investment Banker) काफी ज्यादा होता है।

Private Placements का प्रबंधन

अधिकतर कंपनियां वर्तमान समय में पब्लिक जाना पसंद करती है लेकिन सभी कंपनियों के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता क्योंकि काफी सारी कंपनियां प्राइवेट रहने में ही भरोसा करती है इसके काफी फायदे होते हैं। जो कंपनियां प्राइवेट रहना पसंद करती है वह स्टॉक जैसे विकल्प के द्वारा फंड्स नहीं ले सकती तो ऐसे में उन कंपनियों के लिए इन्वेस्टमेंट लाने का कम इन्वेस्टमेंट बैंकर का होता है, जो वाकई में एक मुश्किल कार्य होता है परंतु अच्छे इन्वेस्टमेंट बैंकर से बखूबी करते हैं।

इंडिविजुअल इन्वेस्टर से या फिर किसी इन्वेस्टिंग इंस्टीट्यूट से इन्वेस्टमेंट लाने जैसे कार्य इन्वेस्टमेंट बैंकर उन कंपनियों के लिए करते हैं जो अपने आप को प्राइवेट रखना बेहतर समझता है। किसी भी कंपनी के लिए इन्वेस्टमेंट लाना जो खुद को प्राइवेट रखना चाहती है काफी मुश्किल होता है और यही कारण है कि इन्वेस्टमेंट बैंकर का महत्व इन कंपनियों के लिए काफी ज्यादा बढ़ जाता है। यही कारण है कि इन्वेस्टमेंट बैंकर के मुख्य कार्यों में से एक कार्य प्राइवेट प्लेसमेन्ट्स को अरेंज करना होता है।

Mergers और Acquisitions का मोलभाव

जब भी कोई कंपनी आगे बढ़ती है अर्थात गो करती है तो ऐसे में वह Mergers और Acquisitions जैसे पड़ाव पर भी आती है जिनमे मोलभाव अर्थात नेगोशिएशन काफी जरूरी होती है जो हर कोई नहीं कर सकता और यही करने के इन्वेस्टमेंट बैंकर का महत्व यहां पर भी बढ़ जाता है। कंपनियों के मर्जर और एक्विजिशन से जुड़े हुए नेगोशिएशंस को इन्वेस्टमेंट बैंकर्स के द्वारा ही देखा जाता है जिसके चलते वह कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण बन जाते हैं और उन्हें इसके लिए अच्छा भुगतान भी किया जाता है।

कोई भी कंपनी जब मर्ज होती है या फिर एक्विजिशन करती है तो उसके लिए यह जरूरी होता है कि वह मोलभाव करें और यह मोलभाव करने का कम इन्वेस्टमेंट बैंकर्स के मुख्य कार्यों में से होता है। Mergers और Acquisitions पर कंपनियों का कैरियर टिका होता है तो ऐसे में इस कार्य को करने के लिए फाइनेंशियल एक्सपट्र्स लोगों की जरूरत होती है जो इन्वेस्टमेंट बैंकर होते हैं। इन्वेस्टमेंट बैंकर कंपनियों के Mergers और Acquisitions से संबंधित नेगोशिएशंस में माहिर होते हैं।

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निष्कर्ष!

इन्वेस्टमेंट बैंकर्स अर्थात निवेश बैंकर कॉर्पोरेट की दुनिया के सबसे बड़े किरदारों में से एक है लेकिन उसके बावजूद भी लोगों को उनके बारे में काफी कम जानकारी होती है। काफी सारे लोग इन्वेस्टमेंट बैंकर की भूमिका अर्थात के कार्यों के बारे में कोई जानकारी नहीं रखते और यही कारण है कि हमने यह लेख तैयार किया है जिसमें हमने 'निवेश बैंकर की भूमिका' (What is the role of Investment Banker in Hindi) की जानकारी दी है जिससे कि लोग निवेश बैंकर के कार्यों को समझ पाए।

FAQs

प्रश्न: इन्वेस्टमेंट बैंकर का मुख्य कार्य क्या होता है?

उत्तर: इन्वेस्टमेंट बैंकर का मुख्य कार्य कंपनी और ऑर्गेनाइजेशंस के लिए इन्वेस्टमेंट लाना और उसे मैनेज करना होता है जो किसी भी कंपनी या आर्गेनाइजेशन के लिए एक बेहद ही जरूरी काम होता है।

प्रश्न: इन्वेस्टमेंट बैंकर क्या कार्य करते हैं?

उत्तर: इन्वेस्टमेंट बैंकर कंपनी के लिए फंड्स अरेंज करने का कार्य करते हैं परंतु उनके मुख्य कार्य में उन फंड्स को मैनेज करना भी शामिल होता है जिसके चलते यह आर्गेनाइजेशन के मुख्य भागों में से एक होते हैं।

प्रश्न: इन्वेस्टमेंट बैंकर का सबसे जरूरी काम क्या होता है?

उत्तर: जैसा कि नाम से ही पता चलता है, इन्वेस्टमेंट बैंकर का सबसे जरूरी कार्य होता है कंपनियां आर्गेनाइजेशन के लिए इन्वेस्टमेंट लाना और उसे मैनेज करना जिसके लिए इन्हें काफी अच्छा भुगतान भी किया जाता है।